Tuesday, 26 August 2025

संस्कृत काव्यशास्त्र

 1. अलंकार संप्रदाय के प्रतिष्ठापक आचार्य है =भामह

2. भरत मुनि ने कितने अलंकारों का उल्लेख किया है ?=4 1. उपमा 2. रूपक 3. दीपक 4. यमक

3. अलंकार रत्नाकर नामक ग्रंथ के रचयिता है =शोभाकर मित्र

4. दण्डी ने  गुणों की संख्या कितनी मानी है =10

5. आचार्य भोज ने  अनुसार गुणों की संख्या है =24

6. वामन ने  गुणों की संख्या मानी है =20

7. मम्मट,, भामह तथा आनंद वर्धन ने  गुणों  के भेद माने है =3

8. गुणों के प्रमुख भेद है =3 1. माधुर्य 2. ओज 3. प्रसाद

9. वृत्ति का सर्वप्रथम वर्णन किस ग्रंथ में मिलता है=नाट्यशास्त्र में

10. भारतीय काव्यशास्त्र में कितनी काव्य वृत्तियां मानी ग मानी गई है =3  1. परुषा 2. कोमल 3. उपनागरी

11. सर्वप्रथम दोष की परिभाषा किस आचार्य ने प्रस्तुत की=वामन ने

12. दंडी में कितने काव्य दोषों का वर्णन किया है =10

13. वामन ने कितने काव्य दोषों का वर्णन किया है =20

14. विश्वनाथ ने कितने दोषों का वर्णन किया है =70

15. काव्य दोषो का सर्वप्रथम निरुपण किस ग्रंथ में मिलता है =भारत कृत नाट्य शास्त्र में

16 दस के स्थान पर तीन काव्य गुणों की स्वीकृति प्रथम किस आचार्य ने की==भामह ने

17. प्रेयान नामक नवीन रस की उद्भावना किस आचार्य ने की।=रुद्रट

18. आलोक का हिंदी भाष्य किसने लिखा= आचार्य विश्वेश्वर ने

19. भावप्रकाश नामक ग्रंथ के रचयिता है=शारदातनय

20. दण्डी ने कितने काव्य हेतु माने है =3  1.  नैसर्गिकी प्रतिभा            2. निर्मल शास्त्र ज्ञान           3. अमंद अभियोग[अभ्यास]

21. रुद्रट और कुंतक ने कितने काव्य हेतु माने है =3 1. शक्ति           2. व्युत्तपत्ति           3.  अभ्यास

22. वामन ने कितने काव्य हेतु माने है =3                 1.  लोक, 2. विद्या 3. प्रकीर्ण

23. व्यंग के तारत्मय के आधार पर काव्य के कितने भेद माने जाते है  =3      1. ध्वनि  2.  गुणीभूत व्यंगचित्र 3.  चित्र

24. काव्यरुप(इंद्रियगम्यता) के आधार पर काव्य के कितने भेद है =2                   1.  दृश्य काव्य   2. श्रव्यकाव्य

25. दृश्यकाव्य[ रूपक] के कितने प्रमुख भेद है =10

26. श्रव्यकाव्य के कितने भेद हैं =3               1. गद्य, 2. पद्य 3. चंपू [ गद्य- पद्यमय काव्य]

27. लक्षणा के कुल कितने भेद माने जाते हैं =12

28. किस लक्षणा को अभिधा पुच्छभूता कहते है= रूढ़ि लक्षणा को

29. किस आचार्य ने लक्षणा के 80 भेदों का उल्लेख किया है =विश्वनाथ  ने

30. मम्मट ने लक्षणा के कितने भेदों का उल्लेख किया है =12

31. किस काव्य को चित्रकाव्य कहा जाता है =अधम काव्य को

32. बंध के आधार पर काव्य के कितने भेद हैं =2                     1.  प्रबंध, 2.  मुक्त्तक

33. पूर्वापर सम्बन्ध निरपेक्ष काव्य -रचना को कहते हैं=मुक्त्तक

34. पूर्वापर सम्बन्ध  निर्वाह -सापेक्ष रचना को कहते है =प्रबंध

35. संस्कृत में साहित्य के लिए किस शब्द का प्रयोग होता है =वाङ्मय

36. तात्पर्य  क्या है ==अभिधा,  लक्षणा, व्यंजना की तरह चौथे प्रकार की नई शब्द-शक्ति

37. भामह अभाववादी, कहलाते है क्योंकि उन्होंने काव्य में ध्वनि की सत्ता स्वीकार नहीं की है

38. प्रतिभा मात्र को ही काव्य का हेतु आवश्यक सर्वप्रथम किसने माना ==हेमचंद्र ने

39. गुणिभूत व्यंग के कितने भेद होते हैं =8

40. वाच्यता असह,,का अन्य नाम है ==रस ध्वनि

41. भरत ने हास्य रस के कितने भेद माने हैं =6

42. कुंतक ने वक्रोति के भेद व् उपभेद माने है =       6 भेद व  41 उपभेद

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