1.
रस निरुपण के प्रथम व्याख्याता और रस निरुपण का प्रथम ग्रंथ किसे माना जाता है =
भरत
मुनि व् उनके नाट्यशास्त्र को
2.
भरत ने 8 स्थाई भाव, 8 सात्विक भाव, 33 संचारी भावों का उल्लेख किया है|
3.
किस आचार्य ने रीती को काव्य की आत्मा मान कर रस के गुण के अंतर्गत स्थान दिया है
और कांति गुण का वर्णन करते हुए रस से युक्त माना है =वामन
4.
आचार्य रुद्रट ने शांत रस का स्थाई भाव किसे माना है ===सम्यक ज्ञान
5.
रस को ध्वनि के साथ युक्त करने का श्रेय किसे है ==आनंद वर्धन को
6.
भोज ने 12 रसों का विवेचन किया है जिनमें चार नवीन है =प्रेयस=शांत=उदात्त=उध्दत
7.
भोज ने रस का मूल किसे माना है= अहंकार को
8.
वाक्य रसात्मक काव्यम् कथन किसका है =विश्वनाथ का
9.
आचार्य शुक्ल ने काव्य की आत्मा किसे माना है=रस को
10.
भट्टलोल्लक ने रस की अवस्थिति किसमें मानी है=अनुकार्य में
11.
किस आचार्य ने रस सूत्र की व्याख्या के संधर्भ में काव्य में तीन शक्तियों की
कल्पना की = भट्टनायक ने
अभिधा
=भावक्त्व= भोजकत्व **
12.
अभिनव गुप्त रस को मानते हैं =व्यंग
13.
किस आलोचक के मतानुसार साधारणीकरण कवि की अनुभूति का होता है =नगेंद्र के अनुसार
14.
भारतीय काव्यशास्त्र में भावक से अभिप्राय है =सहदय् या आलोचक से
15.
भावक(सहदय्) के कितने प्रकार माने गए है = 4
1
अरोचकी [विवेकी] 2 सतृणाभ्यव्हारि [अविवेकी] 3 मत्सरी [पक्षपात पूर्ण आलोचना करने वाला]
4
तत्त्वाभिनिवेशी
16.
विभाव के कितने भेद हैं =2 [आलम्बन और उद्दीपन ]
17.
आलंबन विभाव के कितने भेद हैं =2 1. आलंबन
2. आश्रय
18.
सात्विक अनुभाव की संख्या कितनी मानी गई है =आठ
19.
आचार्य शुक्ल ने विरोध और अविरोध के आधार पर संचारियों के कितने वर्ग किये हैं =चार
1. सुखात्मक 2. दु:खात्मक 3. उभयात्मक 4.
उदासीन
20.
श्रृंगार को मूल रस किस आचार्य ने माना है=भामह ने
21.
भक्ति रस को मूल रस किसने माना है=मधुसूदन सरस्वती एव रूप गोस्वामी ने
22.
शंकुक के अनुसार भरतमुनि के रस सूत्र में आये “संयोग ” शब्द का अर्थ है =अनुमान
23.
रस सिद्धांत के संबंध में तन्मयतावाद के प्रतिष्ठापक है= अभिनव भरत
24.
एक के बाद एनी अनेक भावों का उदय होता है तो उसे कहते है = भाव सबलता
25.
अवहित्था और अपस्मार क्या है ?==संचारी भाव का एक प्रकार
26.
किस आलोचक के मतानुसार साधारणीकरण कवि भावना का होता है =नगेंद्र
27.
अभिधा, भावकत्व और भोग काव्य के तीन व्यापार
किस आचार्य ने माने हैं =भट्टनायक ने
28.
भाव-सन्धि, भाव सबलता तथा भाव -शांति किस भाव की प्रमुख स्थितियां है =संचारी भाव
की
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